पारद शिवलिंग क्या होता है - AN OVERVIEW

पारद शिवलिंग क्या होता है - An Overview

पारद शिवलिंग क्या होता है - An Overview

Blog Article

इसका वैज्ञानिक कारण ये भी है कि शिवलिंग ऊर्जा शक्ति का भंडार होती है और इसके आसपास के क्षेत्रों में रेडियो एक्टिव तत्वों के अंश भी पाए जाते हैं. महादेव के सभी प्रिय पदार्थ जैसे बिल्व पत्र, आक, धतूरा आदि इस एनर्जी को सोखने वाले होते हैं. इस एनर्जी को शांत रखने के लिए ही शिवलिंग पर लगातार जल चढ़ाया जाता है. यदि घर में बड़े शिवलिंग को रखा जाएगा तो इसका विपरीत असर लोगों पर पड़ सकता है.

इससे शिवलिंग की पूजा का महत्व कहीं ज्यादा बढ़ जाता है. याद रहे कि अगर घर में शिवलिंग है, तो उसे पूजें जरूर, शोपीस बनाकर न रखें. इसे शिवलिंग का अपमान माना जाता है. ऐसे करने से घर पर कई तरह की समस्याएं आ सकती हैं.

भक्ति:सावन माह में करें पारद शिवलिंग की पूजा, पारे से बना छोटा सा शिवलिंग रखें घर में, इससे वास्तु दोष भी हो सकते हैं दूर

पारद के शिवलिंग को शिव का स्वयंभू प्रतीक भी माना गया है। रूद्र संहिता में रावण के शिव स्तुति की जब चर्चा होती है तो पारद के शिवलिंग का विशेष वर्णन मिलता है। रावण को रस सिद्ध योगी भी माना गया है, और इसी शिवलिंग का पूजन कर उसने अपनी लंका को स्वर्ण की लंका में तब्दील कर दिया था।

आध्यात्मिक विकास: स्फटिक शिवलिंग की उपस्थिति से आध्यात्मिक ज्ञान और विकास को बढ़ावा मिलता है।

- शिवलिंग कहीं भी स्थापित हो पर उसकी वेदी का मुख उत्तर दिशा की तरफ ही होना चाहिए.

ह्या जन्मी पारद शिवलिंगाची पूजा केल्याने मागील जन्मो जन्मी ची सर्व पापे दूर होऊन ह्या जन्मी ची सुद्धा कष्ट मिटविण्याची शक्ती पारद शिवलिंगामंध्ये आहे.



स्पर्शनात्प्राप्यत मुक्तिरिति सत्यं शिवोदितम्।।

भांग, धतूरा और बेलपत्र शिवलिंग पर अवश्य चढ़ाएं यह शिव को प्रिय है।

पारद को भगवान शिव का स्वरूप माना गया है और ब्रह्माण्ड को जन्म देने वाले उनके वीर्य का प्रतीक भी इसे माना जाता है। धातुओं में अगर पारद को शिव का स्वरूप माना गया है तो ताम्र को माँ पार्वती का स्वरूप। इन दोनों के समन्वय से शिव और शक्ति का सशक्त रूप उभर कर सामने आ जाता है। ठोस पारद के साथ ताम्र को जब उच्च तापमान पर गर्म करते हैं तो ताम्र का रंग स्वर्णमय हो जाता है। इसीलिए ऐसे शिवलिंग को सुवर्ण रसलिंग भी कहते हैं।

वैदिक शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि स्फटिक शिवलिंग की आराधना करने से व्यक्ति को ज्योतिर्लिंग की पूजा के समान ही फल प्राप्त होता है। इसकी पूजा से भक्तों को कई लाभ मिलते हैं। स्फटिक शिवलिंग की आराधना से जीवन में सुख-शांति तथा समृद्धि आती है और शिवजी का आशीर्वाद भी प्राप्त read more होता है। इसके अतिरिक्त शिवलिंग की पूजा से घर में प्रेम और सौहार्द का वातावरण रहता है। ये शिवलिंग समस्त प्रकार के कष्टों को हरता है। साथ ही यदि कोई व्यक्ति शिव की अनु-कंपा प्राप्त करना चाहता है तो उसे स्फटिक से बने इस शिवलिंग की पूजा अवश्य करनी चाहिए। यह शिवभक्तों की मनोकामनाओं को शीघ्र पूरा करता है।

ज्या घरात पारद शिवलिंग असेल तेथे कोणताही वास्तू दोष जास्त निगेटिव्ह फळे देत नाही.

पारद शिवलिंग हे पारा आणि चांदीच्या मिश्रणाने बनवलेले असते.

Report this page